Uttar Pradesh News: झांसी जिला मजिस्ट्रेट ने माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के बेटे असद अहमद और उसके साथी गुलाम की यूपी एटीएस के साथ हुए एनकाउंटर (Asad Ahmed Encounter) में मौत मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी किये हैं. इस मामले के जांच अधिकारी जिला मजिस्ट्रेट अंकुर श्रीवास्तव द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि जिला मजिस्ट्रेट झांसी के आदेश संख्या 379 / जे0ए0-16- मैजि०जांच / 2023-24 दिनांक अप्रैल 14, 2023 के द्वारा पुलिस मुठभेड में हुई अपराधी मुहम्मद असद खान और मोहम्मद गुलाम की मृत्यु के संबंध में मजिस्ट्रीयल जांच किये जाने के निर्देश दिए गये हैं.
इस आदेश में आगे कहा गया है कि जिसके क्रम में जांच अधिकारी/नगर मजिस्ट्रेट अंकुर श्रीवास्तव द्वारा सर्वसाधारण को सूचित किया गया है कि उक्त घटना के सम्बन्ध में यदि किसी को कोई जानकारी हो अथवा साक्ष्य प्रस्तुत करना चाहता है, तो वह कार्यालय नगर मजिस्ट्रेट, झांसी के कक्ष में प्रकाशन की तिथि से तीन दिवस के अन्दर किसी भी कार्य दिवस में प्रातः 10 बजे से सायं 04 बजे तक उपस्थित होकर अपने बयान दर्ज करा सकता है.
सपा ने उठाया था सवाल
बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव समेत विपक्ष के कई नेता इस मुठभेड़ पर सवाल उठा रहे हैं और इसे फेक एनकाउंटर बता रहे हैं. इसे लेकर यूपी में राजनीति भी शुरू हो गई है. सत्तापक्ष भी इसे लेकर सपा पर हमलावर है. यूपी एटीएस का कहना है कि दोनों आरोपियों ने गोली चलाई जिसके बाद जवाबी फायरिंग में उनकी मौत हुई. वहीं आज असद और गुलाम का अंतिम संस्कार कर दिया गया. ये दोनों राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या मामले में आरोपी थे और फरार चल रहे थे. पुलिस डेढ़ महीने से इनकी तलाश कर रही थी. उमेशपाल हत्यकांड में फरार चल रहे दोनों आरोपियों को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया था.
अतीक के साथ उम्रकैद की सजा पाने वाले इस साथी की बढ़ेंगी मुश्किलें, मकान पर चलेगा बुलडोजर?
Umesh Pal Kidnapping Case: उमेश पाल अपहरण केस में उम्र कैद की सजा पाने वाले पूर्व पार्षद दिनेश पासी (Dinesh Pasi) की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट ने माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmad) और उसके वकील खान शौकत हनीफ के साथ दिनेश पासी को भी उम्र कैद की सजा सुनाई है. प्रयागराज विकास प्राधिकरण (Prayagraj Development Authority) ने दिनेश पासी के घर पर कारण बताओ नोटिस चस्पा किया है. नोटिस के मुताबिक उसपर स्वीकृत मानचित्र के विपरीत निर्माण का आरोप है.
क्यों न ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाए-पीडीए
पीडीए ने 24 को अप्रैल सुबह 11 बजे तक उससे स्पष्टीकरण मांगा है. नोटिस में साफ तौर पर कहा गया है कि पीडीए के आफिस में हाजिर होकर अपना जवाब दाखिल करें. पीडीए ने चेतावनी दी है कि संतोषजनक जवाब नहीं आने पर क्यों न ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाए. यह कारण बताओ नोटिस प्रयागराज विकास प्राधिकरण के जोनल अधिकारी बी पी सिंह की ओर से जारी किया गया है.
उमेश ने ही तानी थी पिस्तौल
बता दें कि एक समय दिनेश पासी को अतीक अहमद ने समाजवादी पार्टी से पार्षद का टिकट दिलवाया था. उसे उमेश पाल अपहरण मामले में आरोपी बनाया गया था, जिसके बाद सजा हुई है. उमेश पाल अपहरण केस में दिनेश पासी और शौकत हनीफ शामिल थे. राजू पाल की हत्या के बाद उमेश पाल इस मामले के गवाह थे. उनका अपहरण करने की साजिश 2006 में रची गई थी. अपहरण के समय दिनेश पासी ने ही उमेश पाल पर पिस्तौल तानी थी और उन्हें जबरन कार में खींच लिया था. उसने उन्हें गाड़ी में उठाकर पटक दिया था. इसी मामले में कोर्ट ने तीनों को सजा सुनाई है. इस मामले में 11 आरोपी थे जिसमें एक की मौत हो चुकी है. इस साल फरवरी महीने में उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
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