उन्हें हम नहीं जानते' राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के न्योते को अखिलेश ने नहीं स्वीकारा
जनवरी 09, 2024
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उन्हें हम नहीं जानते' राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के न्योते को अखिलेश ने नहीं स्वीकारा, क्या है विपक्ष की रणनीति? समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने के लिए निमंत्रण दिया गया था. विश्व हिंदू परिषद (VHP) की ओर से कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार उन्हें निमंत्रण देने गए थे. अखिलेश ने उनको पहचानने से इनकार करते हुए न्योते को अस्वीकार कर दिया. विश्व हिंदू परिषद (VHP) की ओर से समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को अयोध्या में भगवान श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने के लिए निमंत्रण दिया गया.अखिलेश ने निमंत्रण को ठुकराते हुए कहा कि जो निमंत्रण देने के लिए आए थे, उन्हें हम नहीं जानते. विश्व हिंदू परिषद की ओर से कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार उत्तर प्रदेश में विपक्ष के नेता अखिलेश यादव को निमंत्रण देने गए थे. अखिलेश यादव को मिला राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण। अयोध्या में 22 जनवरी, 2024 को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. हजारों की संख्या में निमंत्रण पत्र बांटे जा रहे हैं. देश और दुनिया भर के दिग्गज लोग तय समय पर अयोध्या पहुंचने की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में कुछ नेता खासकर विपक्षी दलों के गठबंधन इंडी अलायंस के नेता इस मुद्दे पर जमकर राजनीति कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अब तक कह रहे थे कि उन्हें अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण नहीं मिला है. प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अखिलेश यादव ने स्वीकार नहीं किया दूसरी ओर, विश्व हिंदू परिषद की तरफ से मंगलवार को मिले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अखिलेश यादव ने स्वीकार नहीं किया. विश्व हिंदू परिषद की ओर से आलोक कुमार उन्हें निमंत्रण देने पहुंचे थे. अखिलेश यादव ने कहा कि हम इनको नहीं जानते. उन्होंने कहा कि जिन्हें हम जानते नहीं हैं, उन्हें निमंत्रण नहीं देते और न ही उनसे कोई निमंत्रण लेते हैं. इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है. साफ हो जाएगा कि राम जी शायद उन्हें नहीं बुलाना चाहते हैं- वीएचपी। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि अखिलेश यादव पहले कह रहे थे कि अगर बुलाए जाएंगे तो हम अयोध्या जाएंगे. अब हमने उनको बुलाया है. इसके बाद वो कह रहे हैं कि राम जी बुलाएंगे तो जाएंगे. अब देखते हैं कि राम जी उनको खुद बुलाते हैं या नहीं. अगर नहीं बुलाएंगे तो साफ हो जाएगा कि राम जी शायद उन्हें नहीं बुलाना चाहते हैं. अखिलेश यादव ने इसके पहले कहा था कि अगर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट उनको बुलाता है तो वो जाएंगे. इस पर ट्रस्ट ने कहा था कि प्रभु श्रीराम तो सबके हैं. ट्रस्ट बुलाए या न बुलाए, दर्शन तो हर वक्त कर सकते हैं. ट्रस्ट तो प्राण प्रतिष्ठा समारोह में गणमान्य लोगों को आमंत्रित कर रहा है. मगर, किसी का नाम छूट जाए तो वो आएं और दर्शन करें, सबका स्वागत है. अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम मोदी समेत हजारों गणमान्य अतिथि अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन हो रहा है. समारोह के लिए दुनिया भर के साधु-संतों समेत वीवीआईपी और वीआईपी मेहमानों को निमंत्रण भेजा जा रहा है. इस दिन राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्रतिमा स्थापित की जाएगी. उस प्रतिमा की पहले विधिवत प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इस मौके पर रामलला के दर्शन के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु अयोध्या पहुंचना चाहते हैं. हालांकि प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दिग्गज हस्तियों के शामिल होने के कारण यहां प्रोटोकॉल लागू होगा. इस दिन अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था काफी मजबूत होगी. इसलिए तय संख्या में ही लोगों को बुलाया जा रहा है. आयोजकों और प्रशासन की ओर से लोगों के इसके बाद आने के लिए भी कहा जा रहा है. अखिलेश यादव ने कहा - 2024 में पीडीए ही हमारे भगवान है सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि जब भगवान बुलाएंगे तब जाएंगे. किसी का कोई भगवान हो, हमारा भगवान तो PDA यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक है. लोकसभा चुनाव 2024 में अखिलेश यादव का इसी पर फोकस रहने वाला है. हालांकि, इससे पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि भगवान जब बुलाएंगे तब जाएंगे. जब भगवान की मर्जी होती है तभी उनके दर्शन होते हैं, भगवान की मर्जी के बिना कोई उनके दर्शन नहीं कर सकता. क्या पता कब किसको भगवान का बुलावा आ जाए, ये कोई नहीं कह सकता. रामभक्तों पर गोली चलाने वाले को न बुलाएं, सुब्रत पाठक की मांग अखिलेश के बयान पर पलटवार करते हुए कन्नौज से बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक ने राम मंदिर ट्रस्ट को एक पत्र लिखकर कहा था कि जिन लोगों ने राम भक्तों पर गोलियां चलवाई थीं उन्हें कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाए. उन्होंने ये भी कहा कि जिस तरह से उस दौरान लोगों की बेरहमी से हत्याएं की गई थी उसे भुलाया नहीं जा सकता. इस बात पर सपा बिफर गई थी. अखिलेश यादव की पत्नी और मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव ने पाठक की बात को ओछी मानसिकता कहा था. उन्होंने कहा था कि राम राज्य की बात करने वाली बीजेपी हमेशा लोगों के साथ भेदभाव करती है. डिंपल ने कहा था कि अगर उन्हें निमंत्रण नहीं मिलता है तो वह 22 जनवरी के बाद भगवान राम के दर्शन करने अयोध्या जाएंगी. #news #space #universe #antriksh #hodalnews #newsupdate #india #fact #qatar #news #newslive #newstoday #news24live #newslivemalayalam #newsmaxlivenow #newslivetoday #newslivetodaybreakingnews #newsmaxlive #newsnation #newsomdesantisdebate #newsisrael #newsboys #newsorsomethingfuture #newslivehindi #news24 #newsindia #newsbloopers2023 #newsfox #newsweather #newsand #newsandweather
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