क्षीरसागर बांसवा गांव में दूध निकला आखिर त्रेता युग में निकलने वाला दूध कलयुग में क्यों निकला सच्चाई
मई 18, 2024
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त्रेता युग में गांव खिरबी के कुछ भगत हुआ करते थे। जिन्हे कोड की बीमारी थी। किसी महात्मा ने उन्हें चार धाम की डंडोती बताई थी। वह भगत डंडोती देते रहे और उनके घुटनों में कीडे पड गए थे। उन किडो को वह रूमाल में भाद कर फिर से अपने घुटनो में लगा लेते थे। भगत काफी दयालु थे। सोचा उन्हें भी चार धाम के दर्शन करवा ले। एक दिन विष्णु भगवान ने उन्हें दर्शन दिए। और कहा में आप की भगती से प्रशन हुआ और भगवान विष्णु ने कहा की अगर आप इस प्रकार चार धाम की डंडोती दोगे तो आप की उम्र खतम हो जायेगी। आप की भगती को आने वाले समय में सब लोग याद रखेंगे आज गांव बांसवा के एक कुंड जिसका नाम खिरसागर है। वह कुंड 3 मंदिरो के बीचों बीच है। उस कुंड में मेरी, लेटे हुए की प्रतिमा मिलेगी जिसे लोग कलयुग में भी पूजेंगे। उस प्रतिमा के दर्शन से ही चार धाम के दर्शन हो जायेंगे। उन भगतो ने उस कुंड की हीस से भगवान विष्णु जी की प्रतिमा निकाली और उसे वहां से ले जाने लगे तभी गांव के लोगो ने उनसे पूछा तो भगतो ने सच्चाई बताई तभी वहा गांव खिरबी और बांसवा के लोगो में बहस होने लगी और बात दूर दूर तक पहुंच गई। उधर उत्तर प्रदेश के गांव शेषशाई में एक मंदिर बनाया और वह उस मंदिर में भगवान विष्णु की प्रतिमा को ले जाने लगे गांव शेषशाई के दो हिस्से है। एक हिस्सा उत्तर प्रदेश और दूसरा हरियाणा में पडता है। भगवान विष्णु को रथ से ले जा रहे थे तभी भगवान विष्णु हरियाणा के हिस्से शेषशाई पहुंच गए जिस उत्तर प्रदेश के हिस्से में मंदिर बनाया था। उस हिस्से में भगवान विष्णु नही गए लोगो ने काफी कोशिश की लेकिन भगवान विष्णु ने अपनी प्रतिमा में इतना वजन बडा दिया की गांव के गांव लग गए लेकिन भगवान की प्रतिमा उस जगह से नही हिली उसके बाद उसी जगह पर भगवान विष्णु जी का मंदिर बना दिया गया। और जिस मंदिर में भगवान विष्णु को ले जा रहे थे उस मंदिर में भोले जी को मूर्ति लगाई हुई है वह मंदिर आज भी मौजूद है। आज गांव बांसवा के खिरसागर से दूध निकलना कोई बडी बात नही है। उस कुंड से त्रेता युग में दूध की 3 धार निकलती थी। दो धार एक मंदिर से दो मंदिरो के कोने को छूती थी और एक धार भोले जी की पिंडी पर गिरती थी। उस समय खिरसागर का पानी 2 घंटो के लिए गाय का दूध बन जाता था। तब लोगो को ये नही पता था कि इस कुंड में भगवान विष्णु जी की प्रतिमा भी है। जैसे ही भगवान विष्णु जी की प्रतिमा इस कुंड से निकाल ली गई तब से इस खिरसागर से दूध निकलना बंद हो गया। माना जाता है की इस खिरसागर में आज भी 2 प्रतिमा मजूद है। इस खिरसागर से कलयुग में 17 मई 2024 को दूध निकला है। पहले त्रेता युग में करीब 40 साल पहले दूध निकलता था। गांव खिरबी में ऐसे भक्तों का मंदिर बनना चाहिए जो ये दर्शाता हो की भगवान विष्णु जी के दर्शन कैसे हुए और उन्होंने कीडे कैसे अपने घुटनो ने बांधे थे। गांव बांसवा के खिरसागर की पूजा आज भी गांव बांसवा के लोग करते है।
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