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संस्कृत विश्वविद्यालय लखनऊ का दल रवाना:12 हजार फीट ऊंचे राओरी खोली बेस कैंप तक जाएंगे 51 छात्र, 8 दिन की यात्रा

लखनऊ के केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के 51 छात्रों का दल हिमालय में साहसिक ट्रैकिंग यात्रा के लिए रवाना हुआ। यह अभियान कुल्लू जिले में 12,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित राओरी खोली बेस कैंप तक जाएगा। इस यात्रा में देशभर से विभिन्न भाषाएं बोलने वाले छात्र-छात्राएं शामिल हैं। आठ दिवसीय यात्रा के दौरान छात्र एक-दूसरे की भाषा और संस्कृति से परिचित होंगे। कार्यक्रम का आयोजन गीर्वाणभारती, संस्कृतभारती, यूथ हॉस्टेल्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया और अन्य संस्थाओं के सहयोग से किया गया है। ट्रैकिंग अभियान को हर घर तक पहुंचाने का मिशन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी ने कहा कि यह ट्रैकिंग अभियान संस्कृत को हर घर तक पहुंचाने का मिशन है। कुलसचिव प्रो. आर. जी मुरलीकृष्ण ने दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।यात्रा 25 मई से प्रारंभ होगी। दल शिओबाग, सेठन गांव, कुकी नाला, लामदो, सुरतू नाला, देव टिब्बा और जाबरी नाला होते हुए राओरी खोली पहुंचेगा। इस पहल से छात्रों में जागरूकता बढ़ेगी यात्रा के दौरान छात्र धौलाधार और पीर पंजाल पर्वतमालाओं का दर्शन करेंगे। डीन प्रो. मदनमोहन झा के अनुसार, इस पहल से छात्रों में साहस, संस्कृति और भाषा के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। परिसर निदेशक प्रो. सर्वनारायण झा ने बताया कि उमाकांत तिवारी, अभिनव मिश्रा और प्रेरणा गौड़ इस अभियान में शामिल हैं। ध्वजारोहण कार्यक्रम में प्रो. कुलदीप शर्मा सहित अन्य शिक्षक उपस्थित थे।

from उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर लखनऊ के केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के 51 छात्रों का दल हिमालय में साहसिक ट्रैकिंग यात्रा के लिए रवाना हुआ। यह अभियान कुल्लू जिले में 12,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित राओरी खोली बेस कैंप तक जाएगा। इस यात्रा में देशभर से विभिन्न भाषाएं बोलने वाले छात्र-छात्राएं शामिल हैं। आठ दिवसीय यात्रा के दौरान छात्र एक-दूसरे की भाषा और संस्कृति से परिचित होंगे। कार्यक्रम का आयोजन गीर्वाणभारती, संस्कृतभारती, यूथ हॉस्टेल्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया और अन्य संस्थाओं के सहयोग से किया गया है। ट्रैकिंग अभियान को हर घर तक पहुंचाने का मिशन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी ने कहा कि यह ट्रैकिंग अभियान संस्कृत को हर घर तक पहुंचाने का मिशन है। कुलसचिव प्रो. आर. जी मुरलीकृष्ण ने दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।यात्रा 25 मई से प्रारंभ होगी। दल शिओबाग, सेठन गांव, कुकी नाला, लामदो, सुरतू नाला, देव टिब्बा और जाबरी नाला होते हुए राओरी खोली पहुंचेगा। इस पहल से छात्रों में जागरूकता बढ़ेगी यात्रा के दौरान छात्र धौलाधार और पीर पंजाल पर्वतमालाओं का दर्शन करेंगे। डीन प्रो. मदनमोहन झा के अनुसार, इस पहल से छात्रों में साहस, संस्कृति और भाषा के प्रति जागरूकता बढ़ेगी। परिसर निदेशक प्रो. सर्वनारायण झा ने बताया कि उमाकांत तिवारी, अभिनव मिश्रा और प्रेरणा गौड़ इस अभियान में शामिल हैं। ध्वजारोहण कार्यक्रम में प्रो. कुलदीप शर्मा सहित अन्य शिक्षक उपस्थित थे।