कामधेनु गोधाम में विराजे रमण बिहारी जी व कामेश्वर महाराज
हिंदूधर्म के प्रचार प्रसार के लिए आगे आए:गोविंददेव गिरी जी
तावडू.16 नवंबर।
सुनील कुमार जांगड़ा.
परम पूज्य प्रातः स्मरणीय स्वामी गोविन्द देव गिरी जी महाराज, परम वन्दनीय गोभक्त श्रद्धेय श्री संजीव कृष्ण ठाकुर जी महाराज, ब्रह्मर्षि योगीराज शिवस्वरूप श्री शिवकुमार जी महाराज,मन्त्र महर्षि श्री योगभूषण जी महाराज, संस्थापक, धर्म योग फाउंडेशन, परम पूज्य आचार्य डॉ. लोकेश मुनि जी, गोस्वामी सुशील जी महाराज, राष्ट्रीय संयोजक, भारतीय सर्वधर्म संसद, स्वस्तिश्री धर्मसेन भट्ठारक पट्टाचार्य महास्वामी जी, सौरभ सागर जी महाराज, माननीय शंकर लाल जी*, पूर्व अखिल भारतीय गोसेवा प्रमुख, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, श्री प्रताप जी, हरियाणा प्रान्त संघचालक, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, हमारे क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक तेजपाल तंवर जी,उपस्थित सभी संतवृंद, सभी विद्वान ब्राह्मण जनों की उपस्थिति में कामधेनु गो धाम में रमण बिहारी व कामेश्वर महादेव विराजमान हो गए। सबको आशीर्वाद देते हुए गोविंद गिरी महाराज जी ने कहा आज आवश्यकता है सनातन धर्म के सिद्धांतों को जन जन तक पहुंचाने की।अब कामधेनु गोधा म इसकी जन जागृति में आगे आयेगा,कामधेनु गोदाम के संस्थापक एस पी गुप्ता जी ने सभी सम्मानित अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि
आज हमारे लिए अत्यन्त हर्ष का दिन है, कामधेनु आरोग्य संस्थान में नवनिर्मित मंदिर के उद्घाटन समारोह में परम पूज्य स्वामी जी का आगमन हुआ यह हमारा अहोभाग्य है, पूज्य श्रद्धेय संजीव कृष्ण ठाकुर जी की प्रेरणा से इस कामधेनु गोधाम में मन्दिर का निर्माण हो गया, भागवत् कथा के साथ भगवान जी मन्दिर में आज विराजमान हो गये, और हमारे भारत भूमि के महान संत श्रद्धेय गोविन्द देव गिरी जी महाराज की पावन उपस्थिति में लोकार्पण समारोह हुआ यह हम सभी गो भक्तों व कामधेनु परिवार के लिए अत्यन्त सौभाग्य की बात है।
सेवानिवृत्ति के पश्चात् गोमाता व माता-पिता की असीम अनुकम्पा से इस क्षेत्र में आकर गोसेवा की प्रेरणा मिली। आज भागवत् कथा के साथ भगवान का मन्दिर बन गया
इस अवधि में देश शीर्षस्थ संतजन, राजनेता, हर क्षेत्र के वरिष्ठ अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ताओं का यहाँ आगमन हुआ, अनेकों महानुभावों के विशेष सहयोग से ही यह सब संभव हो रहा है, 300 से अधिक बेसहारा गोवंश का निवास यहाँ है। उनकी दैनिक देखभाल का कार्य भी गोधाम व गोभक्तों के सहयोग से हो रहा है।
आज इस प्रांगण में भक्त व भगवान दोनों का ही आगमन हो गया यह सब प्रभु की असीम कृपा से ही हो पाया, मेरा पूरा परिवार आज बहुत भावुक है, हमारे माता-पिता के असीम आशीर्वाद तथा गुरुकृपा से ही हो रहा है । इस सप्तदिवसीय भागवत् कथा में हमारे मित्र, पारिवारिक जनों ने यजमान बनकर सेवा कार्य किया एवं अनेक परिवारिक जनों के सहयोग से यह सब संभव हो पाया, अब भगवान से यही प्रार्थना है कि वह हमें शक्ति प्रदान करे ताकि हम समाज व राष्ट्र की सेवा और कर सकें।
पूज्य स्वामी जी के प्रति, हमारे अत्यन्त प्रिय कामधेनु गोधाम से अनुराग रखने वाले, प्रेरणा देने वाले श्रद्धेय संजीव कृष्ण ठाकुर जी के प्रति तो हमारे पास कोई शब्द ही नहीं है, उनकी प्रेरणा, मार्गदर्शन हमें इसी प्रकार प्राप्त होता रहेगा ॥
पुनः मैं सबके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करता हूँ ।
पूज्य पाठक जी के प्रति अत्यन्त कृतज्ञता, जिनका ज्ञान अनन्त है, वैदिक मन्त्रों द्वारा विधिवत उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा के कार्य को संपादित किया, उनकी पूरी टीम को बहुत - बहुत नमन।
वार्तालाप में शामिल हों