फरीदाबाद।24 मई
(कमल कांत शर्मा)
समाजसेवी हरीश चन्द्र आज़ाद ने कहा कि आज विश्व पानी के गम्भीर संकट से जूझ रहा है। पानी की कमी का मुख्य कारण उसकी बेवजह बर्बादी और जिन कारणों से पानी सबसे ज्यादा बर्बाद हो रहा है उससे सचेत व जागरूक रहकर ही बचाया जा सकता है। पानी बर्बादी के मुख्य कारण आरओ में बर्बाद होने वाला 70 प्रतिशत पानी, कारों को पाईप लेकर धोना, घरों के बरामदे को पानी का पाइप पकडक़र धोना, पार्कों से पाइप खोलकर सारा दिन चलाकर पानी बर्बाद करना और सबसे मुख्य कारण बरसात के पानी को न बचाना जैसे वर्षा जल संग्रहण और घरों के सामने सडक़ों के साथ का हिस्सा पक्का करना।
हरीश चन्द्र आज़ाद
आज़ाद ने समाजसेवी संस्थाओं से अपील करते हुए कहा कि हम सब मिलकर आने वाली पढ़ीयों को पानी के संकट से उभार सकते हैं। हम सब संस्थायें अपने कार्यक्रमों में समाज को पानी बचाने का संदेश देते हुए बतायें कि कैसे इसकी बर्बादी को रोका जा सकता है। आरओ से 70 प्रतिशत बर्बाद हो रहे पानी को अलग टंकी में इकठा करके शौचलय में इस्तेमाल किया जा सकता है इसी पानी को घरों के बगीचों में डाला जा सकता है। आजकल सभी घरों की गाडिय़ाँ धोने के लिये वर्कर काम करते हैं उनको जागरूक किया जाये और गाडिय़ों को पानी से न धोने पर सरकार को भी सख्त कदम उठाने चाहियें। इसी तरह घरों के बरामदों को पानी के पाइप से घरों में काम करने वाली कर्मचारी धोती है जिन्हे जागरूक किया जाये और न मानने वालों पर सरकार दंड लगाये। पार्कों में पानी के नल को एैसे बंद किया जाये जिसे सिर्फ रेजिडेन्टस वैलफेयर संथाओं के अधिकारी की कुछ समय के लिय चलायें। बरसात के पानी को बचाने के लिये सरकार योजना के तहत पार्कों में, समुदायिक केन्द्रों में तथा जहाँ सबसे ज्यादा पानी रूकता है वहाँ पर पानी संग्रहण बनवाये तथा घरों के आगे सडक़ो के साथ की जगह कच्ची रखने के सरकार आदेश जारी करे और इन सभी नियमों का सख्ती से पालन करवायें।
हरीश आज़ाद ने कहा कि इन 5 मुख्य पानी की बर्बादी की बातों पर समाजसेवी संस्थायें और नगर निगम मिलकर अमल करे तो काफी हद तक देश को पानी के संकट से उबारा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अब पानी की बर्बादी से बचाने में ज़रा सी देरी भी हमारी आने वाली पीढ़ीयों को भारी पड़ सकती है।
Thanks You for visit www.hodalnews.com